Saturday 1 September 2012

शादी में हुई संता की पिटाई

बुरी तरह हुई पिटाई के बाद संता अस्पताल में भर्ती था, और उनके सिर पर पट्टियां, हाथ-पैरों में प्लास्टर बंधे थे...

उनका दोस्त बंता उसे देखने पहुंचा, और पूछा, "तुझे इतनी मार कैसे पड़ी, यार...?"

संता ने रुंआसे स्वर में जवाब दिया, "कुछ मत पूछ, यार... कल रात एक शादी में गया था, वहां नाच-गाने के दौरान मैं 'बोलियां' दे रहा था, एक 'बोली' गड़बड़ हो गई..."

बंता ने फिर पूछा, "ऐसी क्या बोली दे दी थी तूने...?"

संता ने कहा, "बारी बरसी खटन गया सी, खट के ले आंदा तार... भंगड़ा तां सजदा, जे नचे कुड़ी दा यार..."

बंता ने तपाक से कहा, "फिर तो मार पड़नी ही थी..."

अब संता के चेहरे पर मुस्कान आई, और बोला, "मुझे तो सिर्फ मार ही पड़ी है, लेकिन जो नाचा था, उसका परसों उठावना है..."

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