गर्लफ्रैंड बनाने में नाकाम रहने वाले लड़कों के बहाने
पहला सेमेस्टरः मेरी 12वीं से ही दो-दो गर्लफ्रैंड हैं
दूसरा सेमेस्टरः यार लगता है अब सीरियसली ट्राई करना ही पड़ेगा।
तीसरा सेमेस्टरः यार ये अपने बैच में तो सब बहनजी टाइप हैं, कोई अपने स्टेंडर्ड की है ही नहीं।
चौथा सेमेस्टरः अपनी तो किस्मत ही खराब है, क्लासमेट्स के बाद अब जूनियर भी बहनजी टाइप आ गई हैं।
पांचवा सेमेस्टरः भाई अब किसी से इंट्रो करा ही दे, बहुत बोर हो गया हूं
छठा सेमेस्टरः यार अब तो कोई भी चलेगी, 6 महीने बचे हैं, कुछ न कुछ तो करना ही है
दूसरा सेमेस्टरः यार लगता है अब सीरियसली ट्राई करना ही पड़ेगा।
तीसरा सेमेस्टरः यार ये अपने बैच में तो सब बहनजी टाइप हैं, कोई अपने स्टेंडर्ड की है ही नहीं।
चौथा सेमेस्टरः अपनी तो किस्मत ही खराब है, क्लासमेट्स के बाद अब जूनियर भी बहनजी टाइप आ गई हैं।
पांचवा सेमेस्टरः भाई अब किसी से इंट्रो करा ही दे, बहुत बोर हो गया हूं
छठा सेमेस्टरः यार अब तो कोई भी चलेगी, 6 महीने बचे हैं, कुछ न कुछ तो करना ही है
रिजल्ट के बादः मेरे पास टाइम ही नहीं था वरना, क्लास की लड़कियां तो बाएं हाथ पर थी..देख अब डिग्री ले ली और
किसी को भाव तक नहीं दिए...
और अंत में अपनी शादी परः पूरे कॉलेज की लड़कियां मरती थी मुझ पर...और एक मैं था जो सिर्फ तुम्हारा इंतेजार कर
रहा था।
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