Sunday 1 April 2012

मजेदार जोक्सः लगाइए जोर का ठहाका लेकिन संभलकर

डॉक्टर- आप को ब्रेन कैंसर हैं। मंटू- सही में यह तो बहुत ख़ुशी की बात है। डॉक्टर (हैरानी से) इसमें ख़ुश होने वाली क्या बात है?

मंटू- इससे यह बात साबित होती है कि मेरे पास ब्रेन है..।

(2) - एक आदमी लायब्रेरियन के पास पंहुचा ‘भाई साहब आप मुझे आत्महत्या पर कोई किताब दे सकते है।’

लायब्रेरियन ‘नहीं दे सकता।’ 

आदमी ‘क्यों नहीं दे सकते?’ लाइब्रेरियन ‘आप लौटाएंगे नहीं!’

(3) - मास्टरजी ने छात्रों से कहा कि कल गाय पर निबंध लिखकर ही आना। दूसरे दिन मास्टरजी ने पूछा कौन निबंध लिखकर नहीं आया है। बंता तुम बताओ निबंध लिखा? 

छात्र : नहीं लिख पाया मास्टरजी।

मास्टरजी (दहाड़ते हुए) : क्यों? और ये हाथ में प्लास्टर कैसे चढ़ गया?

छात्र : वह गाय नहीं सांड निकला और उसने मुझे जोर की दुलत्ती मार दी।


(4) - एक बेटा अपने पापा से पूछता है: पापा एक और एक कितने होते हैं?

पापा : बेशर्म, तुझे कुछ नहीं आता। जा अंदर से कैलकुलेटर लेकर आ।


(5) - एक दोस्त : सुना है इंडिया और भारत के बीच युद्ध होने वाला है?

दूसरा : लेकिन हम तो हिंदोस्तान में रहते हैं।


(6) - व्यक्ति : थानेदार साहब, कल रात मेरे घर चोरी हो गई, जिसमें चोर टीवी छोड़कर घर का सारा सामान ले उड़े।

थानेदार : वो टीवी क्यों नहीं ले गए?

व्यक्ति : क्योंकि साहब, उस व़क्त मैं टीवी देख रहा था।

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